आपको केवल इतना भर करना
है, एक नीम्बू के पतली-२ दो-तीन परतें जैसी बना काट लीजिए और पीने के पानी से भरे गिलास
में मिला दीजिए. यह पानी ‘क्षारीय जल’ अथवा ऐल्कलाइन वाटर बन गया. दिनभर और अधिक
पानी डालकर इसका सेवन करते रहिये.
स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान
८१९- एन,
एलएलसी, चार्ल्स स्ट्रीट, बाल्टीमोर
औषधि विज्ञान में नयी खोज, कैंसर पर प्रभावी
ध्यान पूर्वक पढ़ें और स्वयं निर्णय लें
नींबू (सिट्रस) कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए चमत्कारी उत्पाद है. रसायन चिकित्सा (कीमोथेरेपी) से १०००० गुना ज्यादा शक्तिशाली है. पर हम लोग इसके बारे में कुछ क्यों नहीं जानते? क्योंकि बहुत सी प्रयोगशालाएँ इस बात में दिलचस्पी ले रही हैं कि इसके सिंथेटिक विकल्प बाजार में लाए जाएँ और भरी मुनाफा कमाया जाए. अब आप अपने किसी दोस्त या फिर रिश्तेदार को नीम्बूरस के कैंसर जैसे घातक रोग पर अतिप्रभावशाली होने के बारे में बता कर उनकी सहायता कर सकते हैं।
इसका स्वाद भी बढ़िया होता
है और यह रसायन चिकित्सा के भयानक परिणामों से भी मुक्त होता है। इस रहस्य को छुपा
कर रखने से ना जाने कितने लोग मरते रहेंगे ताकि बड़ी-बड़ी कम्पनियों के करोड़ों-अरबों रुपये
के मुनाफे पर कोई असर ना पड़े? जैसा की आप जानते हैं
नींबू का पेड़ अपनी ढेरों प्रजातियों के लिए जाना जाता है। इसका फल कई तरह से
खाया जा सकता है: आप इसका सत्व खहा सकते हैं, रस पी सकते हैं, नींबू
पानी ले सकते हैं या फिर सरबत बना सकते हैं, सब्जी-दाल में डाल कर खा
सकते हैं। इसमें ढेर सारे गुण मौजूद हैं पर सबसे महत्वपूर्ण है कि यह पुटक अथवा सिस्ट
(cysts)
और अर्बुद (tumors) पर
असरकारक है।
नीम्बू हर प्रकार के कैंसर
पर असर करता है यह बात सिद्ध हो चुकी है. कुछ लोग मानते हैं कि यह सभी प्रकार के
कैंसर में उपयोगी होता है. शैवाल एवं विषाणु
संक्रमण के विरुद्ध यह सूक्ष्मजीवरोधी माना जाता है, आतंरिक परजीवी एवं कीटाणुओं
के विरुद्ध असरदार, यह उच्च रक्तप्रवाह को नियमित करता है, तनाव और अवसाद को कम
करता है तथा तंत्रिका तंत्र की परेशानियों को दूर करता है.
इस जानकारी के स्रोत बहुत
आश्चर्यजनक हैं:
यह जानकारी विश्व की सबसे
बड़ी औषधि निर्माता कंपनियों में से एक से प्राप्त हुई जानकारी है जिसमें कहा गया
है कि १९७० से अब तक हुए २० से भी अधिक प्रयोगशाला परीक्षणों के नतीजे बताते हैं
कि नीम्बू १२ प्रकार के कैंसर रोगों के लिए जिम्मेदार कोशिकाओं को नष्ट कर देता है,
जिसमें शामिल हैं – कोलोन, स्तन, प्रोस्टेट, फेंफडे, अंतडियां आदि.
इस वृक्ष के यौगिकों ने Adriamycin दवा के मुकाबले १०००० गुना अधिक अच्छे परिणाम दिखाए और
कैंसर की कोशिकाओं के विकास को धीमा कर दिया. Adriamycin एक
दावा है जो विश्वभर में रसायन चिकित्सा (कीमोथैरेपी) में इस्तेमाल की जाती है.
और भी अधिक सुखद आश्चर्य
की बात यह है कि नीम्बू सत्व से की जाने वाली चिकित्सा से केवल कैंसर के लिए जिम्मेदार
कोशिकाएं ही नष्ट होती हैं जबकि यह स्वस्थ कोशिकाओं पर कोई असर नहीं डालती.
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