हिट्स बढ़ाने के लिए गंदगी परोसना बंद करो. महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के लिए तुम जैसे मीडिया वाले ही उत्तरदायी हैं. मुंह में राम बगल में छुरी.
सर्वोच्च न्यायालय में जनहित याचिका लगेगी तो जल्दी अकल ठिकाने आयेगी उससे पहले सुधर जाओ. तुम लोगों का ये दोगुलापन ज्यादा दिन नहीं चलेगा.
आप इन चित्रों को देखकर ही अनुमान लगा सकते हैं कि ये समाज को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं:
इन समाचार वेबसाइटों को पॉर्न वेबसाइट कहना ज्यादा उचित होगा :
दुर्भाग्य वश देश में कोई भी ऐसी सरकारी एजेंसी नहीं जो इस अश्लीलता पर रोक लगाये.