प्रति,
1. माननीय प्रधानमंत्री महोदय, भारत सरकार, नई दिल्ली
2. माननीय वित्त मंत्री महोदय, भारत सरकार, नई दिल्ली
3. सचिव, राजभाषा विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली
4. संयुक्त सचिव, राजभाषा विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली
5. निदेशक (शिकायत), राजभाषा विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली
विषय : आयकर विभाग द्वारा आम जनता पर अंग्रेजी थोपने की शिकायत
महोदय,
इन शिकायतों को दूर करवाने के प्रभावी कदम उठाएँ, आवेदक एवं अनेक नागरिक इन मुद्दों पर पिछले कई वर्षों से माँग कर रहे हैं पर अब तक कोई हल नहीं निकला है, कोई सुधार नहीं हुआ. सरकार को व्यापक जनहित में भारत की प्रमुख भाषाओं में सभी ऑनलाइन सेवाएँ उपलब्ध करवानी चाहिए पर कम से कम फिलहाल अंग्रेजी के बदले द्विभाषीय (हिन्दी-अंग्रेजी) की व्यवस्था लागू की जाए.
प्रमुख शिकायतें:
1. आयकर विभाग एवं केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर मंडल की सभी ऑनलाइन सेवाएँ (आयकर विवरणी जमा करना, पैन कार्ड का ऑनलाइन आवेदन, टीडीएस विवरणी ऑनलाइन जमा करना, ऑनलाइन टीडीएस प्रमाण-पत्र निकालना आदि) केवल अंग्रेजी में उपलब्ध करवाई गई हैं यह अंग्रेजी ना जानने वाले नागरिकों के साथ सीधा अन्याय है उन्हें इन सेवाओं का लाभ लेने से वंचित किया जा रहा है.
2. आयकर विभाग की हिन्दी वेबसाइट का समय पर अद्यतन ना होना और हिन्दी सामग्री में अंग्रेजी में जानकारी डालना, अंग्रेजी पीडीएफ फाइलें जोड़ना.
3. विशेष: आयकर विभाग ने अभी एक और कारनामा किया है ऑनलाइन आयकर विवरणी दाखिल करने की वेबसाइट पर हिन्दी सामग्री 'गूगल हिन्दी अनुवादक' का प्रयोग करके डाली गई है जो राजभाषा कानून के अनुपालन के नाम पर किया गया एक बेहूदा मजाक है, हिन्दी वेबसाइट की पाठ्य सामग्री भगवान भी नहीं समझ सकते क्योंकि वह केवल दिखावे के लिए बनाई गई है(आज ही वेबसाइट के स्क्रीनशॉट लिए हैं, वही ६ अनुलग्नक देखें)
4. आयकर विभाग ने सभी आयकर विवरणी दाखिल करने के ऑनलाइन फॉर्म केवल अंग्रेजी में तैयार किए हैं जबकि नियम द्विभाषी प्रारूप का है.
5. आयकर के ऑनलाइन फॉर्म जमा करने पर अभिस्वीकृति केवल अंग्रेजी में जारी होती है और आयकर सम्बन्धी ईमेल भी अंग्रेजी में मिलते हैं.
6. अख़बारों में छपी खबर के अनुसार पैनकार्ड को हिन्दी-अंग्रेजी द्विभाषीय बनाने के निर्देश जारी हुए हैं, उस को शीघ्र अमल में लाया जाए.
7. आयकर विभाग द्वारा अपने सभी प्रतीक-चिह्न (जैसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, टीडीएस, विभाग की स्वर्ण जयंती आदि के लोगो) अंग्रेजी में बनाए गए हैं, अथवा द्विभाषी ना बनाकर हिन्दी अंग्रेजी में अलग-२ बनाए गए हैं ताकि अंग्रेजी का चिह्न इस्तेमाल किया जाता रहे.
आपके उत्तर की प्रतीक्षा में,
भवदीय
प्रवीण जैन