अनुवाद

शुक्रवार, 6 जून 2014

मैंने पूछे प्रधानमंत्री कार्यालय से ये प्रश्न, आप भी पूछ सकते हैं.

हम जाँचना चाहते हैं कि राजभाषा के सम्मान व राजभाषा को प्रोत्साहन देने हेतु प्रधानमन्त्री कार्यालय (प्रमका) कितना सजग व तत्पर है अतः निम्न प्रश्न जन सूचना अधिकार के अंतर्गत पूछे जाते हैं, कृपया 30 दिनों के अंदर हिन्दी में उत्तर दें:
1.       प्रमका में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी की अध्यक्षता में विगत वर्ष 2013-14 में कितनी स्टाफ की बैठकें हुईं?
2.       क्या उनमें राजभाषा में कामकाज करने संबंधी विषय आया? यदि हाँ, तो उस संबंध में हुई चर्चा और निर्णय की प्रतियाँ उपलब्ध कराएँ । यदि नहीं तो बताएँ कि 01-04-2011 से 31-03-2014 तक राजभाषा के नियम- अनुपालन संबंधित कितनी बार चर्चा हुई तथा इसके निर्णय व कार्यान्वयन का क्या-२ विवरण मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को दिया गया?
3.       प्रमका में निदेशक अथवा उससे उच्च श्रेणी के कितने अधिकारी हैं – सूची दें। उनमें से किस किस को हिन्दी टंकण की  अत्यंत सुविधापूर्वक आदर्श प्रणाली अर्थात् इनस्क्रिप्ट प्रणाली की जानकारी है, नाम बतायें।
4.       वरिष्ठ अधिकारियों की हिन्दी संबंधी जागरुकता व ज्ञान बढ़ाने हेतु प्रमका ने विगत पाँच वर्षों में कितनी बार अपने किस-२ अधिकारी को प्रशिक्षण के लिये भेजा, नाम, पदनाम सहित सूची दें।
5.       प्रमका के कामकाज में राजभाषा को प्रोत्साहन देने हेतु प्रमका का अगले पाँच वर्षों के लिये दृष्टिकोण-पत्र (विज़न-डॉक्यूमेंट) क्या है?
6.       प्रमका में कार्यरत कर्मचारी/ अधिकारियों के परिचय-पत्र (आई-कार्ड) किस भाषा में बनाए गए हैं, एक नमूना उपलब्ध करवाएँ?
7.       प्रधानमन्त्री कार्यालय परिसर में लगे हुए सूचना-पट्ट (जैसे–मुख्य-द्वार/प्रवेश/निकास/पेयजल/प्रसाधन/स्वागत कक्ष आदि) एवं नाम-पट्ट किस भाषा में बनाए गए हैं, एक नमूना उपलब्ध करवाएँ?
8.       प्रधानमन्त्री कार्यालय में किस-किस भाषा के कौन-२ से समाचार-पत्र मँगाए जाते हैं, सूची दें?
9.       प्रमका की नयी वेबसाइट पर निम्न कमियाँ पायी गयीं हैं:
(क).       भारत की राजभाषा हिन्दी है फिर भी उसकी उपेक्षा करते हुए प्रमका की वेबसाइट अंग्रेजी में पहले (बाई-डिफ़ॉल्ट) किस नियम/आदेश से खुलती  है, जबकि देश में अंग्रेजी जानने वाले नागरिक मात्र 5 % हैं और हिन्दी जानने वाले 80%?
(ख).      ‘प्रधानमन्त्री के साथ बातचीत करें’ फॉर्म में हिन्दी फॉण्ट स्वीकार नहीं किये जाते हैं, उन्हें प्रतिबंधित किया गया है.
(ग).       अंग्रेजी वेबसाइट तुरंत अद्यतित की जाती है जबकि हिन्दी वेबसाइट कई घंटों बाद.
(घ).       प्रधानमन्त्री को भेजे ईमेल अथवा ऑनलाइन-पत्र की प्राप्ति-स्वीकृति(एक्नोलेजमेंट) केवल अंग्रेजी में ही भेजी जाती है जो राजभाषा नियम १९७६ का उल्लंघन है.
(ङ).        प्रमका के आधिकारिक ट्विटर और फेसबुक खातों पर परिचय हिन्दी-अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा जाना चाहिए और अपडेट्स भी दोनों भाषाओं में बारी-२ से डाले जाने चाहिए ताकि प्रधानमन्त्री जी के निर्णयों/निर्देशों/विचारों की जानकारी आम जनता तक जनभाषा में सीधे पहुँच सके.
(च).       वेबसाइट पर दिनांक में महीनों के नाम केवल रोमन(अंग्रेजी) (May 25, 2014, May 28, 2014 अथवा June 02, 2014) में प्रदर्शित होते हैं और उनमें राष्ट्रीय पंचांग (शक संवत्) की भी उपेक्षा की गई है. राष्ट्रीय पंचांग (शक संवत्) की तिथियों का भी उल्लेख किया जाना चाहिए अन्यथा यह विलुप्त हो जाएगा.
इन कमियों (क) से (च) को कब दूर किया जाएगा? इस सम्बन्ध में नियमानुसार सुधार हेतु आम नागरिक किस सक्षम अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं?
10. नए मंत्रिमंडल की बैठकों में प्रयोग होने वाली मंत्रियों के नाम-मंत्रालय के नाम वाली मेज-पट्टिकाएँ किस भाषा में बनाई जाती हैं, एक नमूना उपलब्ध करवाएँ?


आवेदक:
प्रवीण जैन