मुंबई ७ जून २०१४.
भारतीय #भाषा के कद्रदानों के लिए यह एक अच्छी खबर है कि भाषा के क्षेत्र में #मोदी प्रभाव सरकारी अमले पर भी नजर आने लगा है। इसका प्रमाण यह है कि मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही राजभाषा विभाग भी सजग और गतिशील हो गया है। सुप्रसिद्ध जैन संत आचार्य श्री विद्यासागरजी जी महाराज की प्रेरणा से मुम्बई निवासी भारतीय भाषा अभियान की सहयोगी श्रीमती विधि प्र. जैन द्वारा दिनांक १५ अप्रैल २०१४ को पैनकार्ड को पूरी तरह द्विभाषी बनाए एवं ऑनलाइन आयकर विवरणी दाखिल करने की सुविधा #हिन्दी में उपलब्ध करवाए जाने हेतु एक अभ्यावेदन राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली को भेजा गया था।
#प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी के शपथ लेने के अगले दिन ही राजस्व विभाग, केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के उपनिदेशक (राजभाषा) श्री आर.एन.त्रिपाठी, ने अभ्यावेदन के सभी बिन्दुओं पर समुचित कार्यवाही करने के निर्देश आयकर निदेशालय को दे दिए हैं।
आशा है मोदी प्रभाव आयकर विभाग पर भी अवश्य ही असर करेगा और शीघ्र ही भारत के आयकर दाताओं को न केवल द्विभाषी पैनकार्ड उपलब्ध कराएगा अपितु आयकर के सभी ऑनलाइन प्रारूप सीधे देवनागरी लिपि में ही भरने की सुविधा भी मुहैय्या कराएगा साथ ही ऑनलाइन आयकर विवरणी हिन्दी में दाखिल करने की सुविधा हिन्दी में उपलब्ध हो जाएगी।
ऑनलाइन आयकर विवरणी भरने और जमा करने की सुविधा केवल अंग्रेजी में होने से आम जनता परेशान होती रहती है और अब तक आयकर सम्बन्धी सारा काम सलाहकारों के भरोसे होता है, उसे पता ही नहीं चलता कि सलाहकार क्या कर रहा है? श्रीमती जैन ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री से मांग की है कि आयकर सम्बन्धी सभी ऑनलाइन सेवाएँ अविलम्ब राजभाषा हिन्दी में और आगे देश की सभी प्रमुख भाषाओं में उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया है.
उन्होंने बताया कि उनका अगला लक्ष्य ऑनलाइन रेल टिकट बुक करने की सुविधा १० प्रमुख भारतीय भाषाओं में उपलब्ध करवाने के लिए अभियान चलाना है ताकि आम यात्रा बिना परेशानी के इस सेवा का लाभ उठा सके.
श्रीमती जैन, नवी मुंबई में अभियांत्रिकी (इंजीनियरिंग) की निजी कक्षाएँ “मेरी कक्षा” नाम से चलाती हैं और भारतीय भाषाओं के उत्थान लिए सतत प्रयास कर रही हैं. मूल रूप से सुल्तानगंज (रायसेन, मध्यप्रदेश) से श्रीमती जैन शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, रीवा (मप्र) से इंजीनियरिंग में स्नातक एवं एमबीए हैं.
श्रीमती विधि जैन को बधाई। उन्होंने शिक्षण एवं एक गृहिणी के दायित्व के साथ-साथ एक जिम्मदार नागरिक होने का जो जज्बा दिखाया है वह हम सबके लिए, विशेषकर उन महिलाओं के लिए अनुकरणीय है जो अपने पारम्परिक दायित्वों के साथ-साथ समाज के लिए भी कुछ रचनात्मक करने की इच्छा रखती हैं। श्रीमती जैन से ट्विटर @praveenvidhi एवं vk.vidhi@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं.