आज का हिन्दी शब्द
किरीटविषाणु अर्थात् कोरोनावायरस
कोरोना लैटिन भाषा का शब्द है जिसे सबसे
पहले सोलहवीं सदी के मध्य में प्रयोग किया गया था, इसका अर्थ मुकुट होता है।
वायरस
शब्द भी लैटिन शब्द है जो वैनम (Venom) से आया है और वैनम
का अर्थ विष होता है इसलिए हिन्दी में वायरस के लिए विषाणु सर्वथा उपयुक्त व सरल
पर्यायवाची है।
वर्तमान में जो वैश्विक महामारी फैली है, वह
एक विषाणु (विष+अणु) के कारण फैल रही है, यह
जीवाणु, कीटाणु की भाँति ही जीव है और इस विषाणु का रूपाकार भी कुछ-कुछ लैटिन
देशों में सोलहवीं सदी में उपयोग किए गए मुकुट से मिलता जुलता है।
1968 में वैज्ञानिकों ने सबसे पहले इस
विषाणु को सूक्ष्मदर्शी यंत्र पर देखा तो यह सौर किरीट के जैसा दिखाई दिया, सूर्य
ग्रहण के समय सूर्य का किरीट निर्मित होता है। यथा-
कोरोना का क प्रथमाक्षर लेकर हिन्दी में मुकुट के लिए किरीट पर्यायवाची उपलब्ध है,
अतः भारतीय भाषाओं के विद्वतजनों ने कोरोनावायरस के लिए किरीटविषाणु पर्याय सुझाया
है।
किरीटविषाणु विषाणुओं का एक परिवार है। कोविड-19 उनमें सबसे नया है, इसे सार्स कॉव-2 भी
कहते हैं।
कोविड-19 नाम
भी रोचक है, इस रोग का पहला प्रकरण चीन में 2019 में मिला था, और यह किरीटविषाणु
परिवार का सबसे नया विषाणु है इसलिए वर्ष का द्योतक 19 है और अंग्रेजी के CO-rona-VI-rus
D-isease का संक्षेप कोविड हो गया।
इस हिसाब से हम भी इसे किरीट-विषाणु-रोग
अर्थात् किविरो कह सकते हैं, ठीक कहा न?
@praveenvidhi
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