मित्रो! दुनिया भी अब हिन्दी का लोहा मानने लगी है और विश्व का सबसे
शक्तिशाली देश इस बात को बखूबी जान चुका है इसलिए भारत में स्थित अमरीकी दूतावास
ने ना केवल #हिंदी पत्रिका शुरू की है बल्कि अब वह हिंदी दिवस के आयोजन के लिए एक प्रतियोगिता
भी आयोजित कर रहा है. हैं मज़ेदार बात.
हिंदी में अपना ब्लॉग लिखें
विषय है: अमेरिकी और भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ काम
करके किस तरह से अमेरिका-भारत भागीदारी को प्रभावित करने के साथ ही उसे बेहतर
स्वरूप प्रदान कर रहे हैं। ब्लॉग प्रतियोगिता के विषय “अमेरिका-भारत:
शिक्षा के ज़रिये मैत्री का इंद्रधनुष” विषय पर ही
आधारित होना चाहिए। प्रतियोगिता का शुभारंभ 1 अगस्त,
2014 को होगा और 29 अगस्त 2014 को इसका आखिरी दिन होगा। प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा 14 सितंबर, 2014 को हिंदी दिवस के अवसर पर की जाएगी।
पुरस्कार:
प्रथम
पुरस्कार: आईपैड मिनी
द्वितीय
पुरस्कार: आईपॉड टच
तृतीय
पुरस्कार: स्पैन गि़फ्ट बॉक्स
प्रतियोगिता में कैसे भाग लें:
* ब्लॉग प्रविष्टियां स्पैन वेबसाइट के हिंदी ब्लॉग पृष्ठ के ज़रिये भेजें।
कृपया दाईं तरफ के खाने में “अपना ब्लॉग लिखें” पर क्लिक करें और लॉग इन करें।
* आप ब्लॉग प्रविष्टि भेजने वाले पृष्ठ पर हिंदी
ट्रांसलिटरेशन के ज़रिये ब्लॉग लिख सकते हैं या फिर वर्चुअल हिंदी कीबोर्ड का
इस्तेमाल कर सकते हैं (कृपया पृष्ठ के बिल्कुल ऊपरी
हिस्से में दिए कीबोर्ड सेक्शन पर क्लिक करें) या फिर यूनीकोड में
ब्लॉग लिखकर यहां कॉपी-पेस्ट कर दें।
* ब्लॉग श्रेणी के लिए ड्रॉप डाउन मेन्यू से कृपया “शिक्षा” को चुनें।
* ब्लॉग लेखक सेक्शन में अपना पूरा नाम लिखें।
* यदि इस लिंक के ज़रिये ब्लॉग भेजने में आपको कोई पेरशानी
आती है तो आप अपनी यूनीकोड पाठ्यसामग्री वाली ब्लॉग प्रविष्टि editorspan@state.gov पर
भेज दें। पाठ्यसामग्री वर्ड फाइल में हो या फिर ईमेल के मुख्य पृष्ठ पर ही भेज
दें।
*कृपया प्रविष्टि के साथ अपना पूरा नाम, पता और जन्म तिथि एवं वर्ष लिखें।
* कृपया कोई भी प्रविष्टि डाक से न भेजें।
* ब्लॉग के साथ कोई चित्र या फोटो भेजना अनिवार्य नहीं है।
पात्रता:
* इस प्रतियोगिता में 14 से 45 वर्ष
की आयु के भारत में रह रहे सभी भारतवासी भाग ले सकते हैं।
* अमेरिकी सरकार के कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य इसमें भा नहीं ले
सकते।
नियम:
* ब्लॉग प्रविष्टियां हिंदी में होनी चाहिएं। अन्य किसी भाषा
में प्रविष्टि स्वीकार नहीं की जाएगी।
* ब्लॉग 600 शब्दों से ज़्यादा का नहीं
होना चाहिए।
* संपादक के अनुमोदन के बाद प्रविष्टियां स्पैन वेबसाइट पर
प्रकाशित की जाएंगीं। प्रतियोगिता में आने वाली प्रविष्टियां कार्यदिवसों के दौरान
कार्य-अवधि (सोमवार से शुक्रवार, सुबह 8.30 से शाम 5 बजे तक) के बीच ही जांची जाएगीं। कार्यअवधि
के बाद, या सप्ताहांत या अवकाश वाले दिन भेजी गईं
प्रविष्टियों को अगले कार्य-दिवस में जांचा जाएगा।
* प्रत्येक प्रतियोगी सिर्फ एक प्रविष्टि भेज सकता है।
* ब्लॉग भेजने वाला व्यक्ति ही प्रतियोगी माना जाएगा और
सिर्फ वही व्यक्ति पुरस्कार मिलने पर इसे पाने का हकदार होगा।
* प्रविष्टि प्रतियोगी द्वारा स्वयं लिखित और मौलिक होनी
चाहिए।
* किसी भी तरह की कॉपीराइट वाली सामग्री या कहीं और से ली गई
सामग्री को प्रविष्टि के तौर पर न भेजें। ऐसी प्रविष्टियों को अस्वीकार कर दिया
जाएगा।
* एक बार ब्लॉग प्रविष्टि भेज देने पर इसे अंतिम माना जाएगा।
इसे संशोधित, संपादित या बदला नहीं जा सकेगा।
* ब्लॉग में लिखे तथ्यों के लिए प्रतियोगी स्वयं ज़िम्मेदार
होंगे। स्पैन तथ्यों की सत्यता या पाठ्यसामग्री की मौलिकता का ज़िम्मा नहीं लेगा।
इसमें अन्य व्यक्तियों या संगठनों के हवाले से कहे गए तथ्य शामिल हैं।
*भेजी गई प्रविष्टियों में निम्न में किसी तरह की सामग्री
नहीं होनी चाहिए: गालीगलौज, घृणास्पद या नस्लभेदी सामग्री,
विघटनकारी या शत्रुतापूर्ण टिप्पणी, हिंसा की
धमकी, एक-दूसरे से टकराव, आपत्तिजनक
सामग्री को छिपाने या गलत वर्तनी के साथ लिखने की कोशिश, किसी
भी वस्तु, सेवा या व्यावसायिक वेबसाइट का विज्ञापन, व्यापार के प्रस्ताव, "ज़रुरत है" वाले
पोस्ट, या चैरिटी का आग्रह, ऐसी कोई भी
सामग्र्री जिसमें अश्लीलता हो।
अमेरिका-भारत: शिक्षा के ज़रिये मैत्री का इंद्रधनुष विषय पर हिंदी मे प्रतियोगिता रखने पर आप सभी आयोजकों को धन्यवाद अमेरिका दूतावास द्वारा इस आयोजन को रखकर एक सराहनीय क़दम उठाया हे इससे हम जेसे हिंदी भासि लोग भी अपने विचार रख सकेंगे वास्तव मे यदि समाज या देश सिक्षित हे तो हमे एक दूसरे को समझना आसान हो जायेंगा और आज भारत जेसे देश मे युवा सक्ति प्रचुर मात्रा मे हे बस अवस्कता हे उनको तरासना या अच्छी शिक्षा प्रदान करना और दोनो देशो द्वारा इनको सही अवसर प्रदान किया जाये जिससे हम अपने देश और विश्व को आर्थिक छेत्र मे तरक्की के नये आयाम खड़े कर सकते हे आज भारत के पास युवा शक्ति और अमेरिका के पास जो वयवस्था हे यदि इनका सही रुप मे इस्तमाल किया जाये तो विश्व के लिये एक नया आयाम लिखा जा सकता हे आप लोगो को पुनः धन्यवाद जय हिन्द
जवाब देंहटाएंGurucharan parmar m.p.09893351724