कहने का आशय है कि यदि बैंक ऐसी सेवाएँ दें तो हमें उनका इस्तेमाल भी करना चाहिए और जिन बैंकों ने ऐसी सेवा आरंभ नहीं की है उनके ग्राहक सेवा केंद्र में फोन करें और उनसे मांग करें कि हिंदी सेवा उपलब्ध करवाई जाए.
इन समूहों के वे सदस्य एचडीएफसी बैंक के ग्राहक हैं, उन सभी अनुरोध है यदि आप एंड्राइड फोन का उपयोग करते हैं तो यह एप्प अवश्य डाउनलोड करें.
जो सदस्य अन्य बैंकों के ग्राहक हैं वे अपने बैंक को ईमेल लिखें और फोन करके कहें कि एसएमएस अलर्ट तथा नेट-बैंकिंग/ मोबाइल बैंकिंग की सेवा हिंदी में शुरू की जाए, हम सब के प्रयासों से देश का करोड़ों लोग जो बैंक के ग्राहक तो हैं पर अंग्रेजी नहीं जानते हैं उनका भला हो जाएगा. वर्ना अंग्रेजी के दम पर उनका शोषण तो जारी रहेगा क्योंकि बेचारे हिंग्रेजी बोलने वाले ग्राहक सेवा अधिकारी से बहस भी नहीं कर पाते हैं.
बैंक से पैसे निकाले गए और एसएमएस अलर्ट आया अंग्रेजी में तो उनके किस काम का? क्या बैंक ग्राहक होने के लिए अंग्रेजी का अनिवार्य है?
जिसे अंग्रेजी नहीं आती वह अपने अधिकारों से वंचित रहे.