माननीय राष्ट्रीय पदाधिकारीगण, भाजपा
मान्यवर
कृपया बताएं कि क्या भाजपा ने अपनी भाषा नीति बिना कुछ बताए बदल डाली है?
1. भाजपा की राष्ट्रिय वेबसाइट हिंदी में उपलब्ध नहीं है।
2. भाजपा के राष्ट्रिय नेता भारत सरकार को पत्र केवल अंग्रेजी में लिखते हैं।
3. सामाजिक मीडिया फेसबुक और ट्विटर आदि पर सभी जानकारी, बैनर-पोस्टर केवल अंग्रेजी में ही उपलब्ध होता है।
4. लेखन-सामग्री जैसे पत्र शीर्ष, लिफाफे, स्टीकर आदि में भी अंग्रेजी को प्राथमिकता।
5. अहिन्दी भाषाई राज्यों में उन राज्यों की भाषा के स्थान पर अंग्रेजी को प्रमुखता।
6. केंद्र सरकार द्वारा की जा रही हिंदी की उपेक्षा के सम्बन्ध में भाजपा द्वारा संसद में कोई बात नहीं उठाई जाती।
7. उच्चतम न्यायलय में हिंदी के प्रयोग को अनिवार्य करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
8. भाजपा शासित राज्यों (छग, गुजरात, कर्नाटक, उत्तराखंड, हिमाचल आदि) के उच्च न्यायालयों में हिंदी/क्षेत्रीय भाषा के प्रयोग के कोई कानूनी प्रस्ताव नहीं आये।
9. केंद्र द्वारा हर स्तर पर हिंदी की उपेक्षा की जा रही है पर भाजपा मौन है।
आवश्यक सुधार एवं सकारात्मक उत्तर की प्रतीक्षा में
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