अनुवाद

बुधवार, 6 मार्च 2013

भारतीय जीवजन्तु कल्याण बोर्ड की हिंदी वेबसाइट कब बनेगी ?


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: प्रवीण जैन <cs.praveenjain@gmail.com>
दिनांक: 20 फरवरी 2013 3:05 pm
विषय: Reminder: भारतीय जीवजन्तु कल्याण बोर्ड की हिंदी वेबसाइट कब बनेगी ?
प्रति: awbi@md3.vsnl.net.in, animalwelfareboard@gmail.com





2013/2/6 प्रवीण जैन <cs.praveenjain@gmail.com>
प्रति
भारतीय जीवजन्तु कल्याण बोर्ड
चेन्नई 


विषय: भारतीय जीवजन्तु कल्याण बोर्ड की हिंदी वेबसाइट कब बनेगी ?

महोदय,

संसदीय राजभाषा समिति की संस्तुति संख्या 44 को स्वीकार करने वाले माननीय राष्ट्रपतिजी के आदेश को प्रसारित करते हुए राजभाषा विभाग के (राजपत्र में प्रकाशित) पत्रांक I/20012/07/2005-रा.भा.(नीति-1) दिनांक 02.07.2008 में कहा गया है, “जब भी कोई मंत्रालय/विभाग या उसका कोई कार्यालय या उपक्रम अपनी वेबसाइट तैयार करे तो वह अनिवार्य रूप से द्विभाषी तैयार की जाएजिस कार्यालय की  वेबसाइट केवल अंग्रेजी में है उसे द्विभाषी बनाए जाने की कार्यवाही की जाए|” फिर भी राजभाषा को लागू करने में कोई कठिनाई आती है तो केन्द्रीय अनुवाद ब्यूरो अथवा आउटसोर्सिंग से इस प्रसंग में सहायता भी ली जा सकती है| इसका आशय हुआ कि भारत सरकार के कानून के अनुसार हिन्दी में वेबसाइट बनाना और उसे समय-२ पर अंग्रेजी वेबसाइट के साथ अद्यतन करना कानूनन अनिवार्य है पर फिर भी आपकी वेबसाइट अब तक हिंदी में उपलब्ध नहीं है.

भारतीय जीवजन्तु कल्याण बोर्ड का प्रतीक-चिन्ह फिलहाल केवल अंग्रेजी में बनाया गया हैयह राजभाषा अधिनियम १९६३ एवं भारत के संविधान के अनुच्छेद ३४३-३५१ का स्पष्ट उल्लंघन है. इसमें अविलम्ब हिन्दी को प्राथमिकता के आधार पर शामिल किया जाए.

आपसे विनम्र निवेदन है कि हिन्दी वेबसाइट तुरंत उपलब्ध करवाई जाए। हिन्दी वेबसाइट पर  अंग्रेजी सामग्री, अंग्रेजी पीडीएफ /वर्ड फाइलें, अंग्रेजी प्रेस-विज्ञप्तियाँ ना डाली जाएँ एवं उसके स्थान पर हिन्दी सामग्री को डाला जाए. वेबसाइट के बैनर पर अपने बोर्ड का नाम हिन्दी को ऊपर/आगे रखते हुए हिन्दी में भी प्रदर्शित किया जाए. 

हिन्दी वेबसाइट पर भारत सरकार की अन्य वेबसाइट के लिंक भी संबंधित हिन्दी वेबसाइट के ही दिए जाएँ ना कि अंग्रेजी वेबसाइट के.

राजभाषा विभाग 'गृह मंत्रालय' के वार्षिक कार्यक्रम २०१२-१३ के अनुसार सभी सरकारी वेबसाइटों का शत्-प्रतिशत हिन्दी में होना अनिवार्य है वर्ष २०१२-१३ के समापन में अब केवल ढाई महीने ही बचे हैं पर फिर भी आपने कोई कार्यवाही नहीं की है.

इस सम्बन्ध में की गई कार्यवाही से मुझे अवगत करवाया जाए, ऐसी मेरी प्रार्थना है.

-- 
इस लोक शिकायत के शीघ्र निवारण की अपेक्षा के साथ 

भवदीय 
प्रवीण कुमार जैन

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

आपसे विनम्र प्रार्थना है इस पोस्ट को पढ़ने के बाद इस विषय पर अपने विचार लिखिए, धन्यवाद !